Créditos
PERFORMING ARTISTS
Seedhe Maut
Performer
Sez on the Beat
Remixer
COMPOSITION & LYRICS
Sajeel Kapoor
Songwriter
Abhijay Negi
Lyrics
Siddhant Sharma
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Sez on the Beat
Producer
Letras
सुबह उठा सर दर्द करे, कल रात थी गज़ब
ज़्यादा याद नहीं, ज़्यादा पड़े ना फ़रक
थोड़ी और बर्फ, ला थोड़ी और बर्फ ला बर्फ
चाय क्या करेगी क्या, पिला दे थोड़ी मोचा भी
चाहिए मौके नहीं मैं ख़ुद हु मौका ही
वो क्लब में लगती बीस, है वो चौदा की
तो पहले बोलो प्लीज़, वरना होगा सौदा नहीं
है लड्डू पे ही आँखें जैसे छोटा भीम
आगे क्या होगा ये सोचू शाम में
सोचूँ फिर लग जाऊं काम पे
पूरी रात, पूरी रात ग्राइंड
पूछे मैं कैसा आइ'म फाइन
पूछ ले मैं कैसा जिस से मरज़ी
हर कोई बोले चौकस सब से बेहतर
ले मेरा भाई सबकी कह कर
पहाड़ी भाई सब से फ़्लाई
पहाड़ी भाई सब से सेट
पर ये मेहनत है, मेहनत है
खुदा की भी ज़ेहमत है
दे दी है ताकत इन शब्दों में इतनी
जहाँ भी मुँह खोले वहां नशे करा दे
और बंदे नचा दे हो जाए जहाँ बीटी, वहां लाशें बिछा दे
कहलाते यहां के ओसामा बिन लादेन
है बॉल गेम स्ट्रॉन्ग तू हेटर
कोबे, ले ब्रॉन, जेम्स से लेकर
सचिन तेंदुलकर, बेकहम सब के स्किल्स हैं
मैं उस दर्जे का प्लेयर
तभी हर शॉट घुसे नेट में
टाइमिंग ऑन पॉइंट, पड़े छक्के
और अब क्या करे, हर जगह गाने बजे
लोगों का तांता लगे, हाँ, तांता लगे
मेरी बग्गी, मेरी बग्गी
मेरा घोड़ा, मेरा घोड़ा
जो ना नाचे, जो ना नाचे
अब क्या होगा, अब क्या होगा
मेरी बग्गी, मेरी बग्गी
मेरा घोड़ा, मेरा घोड़ा
जो ना नचा, जो ना नचा
नाच, नाच, नाच, नाच
ऊह नाचेगी कि कैसे नहीं तू हाँ
पड़े हैं पीछे तेरे काफी फ़ुक्रे
पर इस में है तेरा कसूर क्या
है सुना तेरे बारे में काफी ज़्यादा
के बिलकुल भी देती नि तू भाव
रेंगे ना जूं इन कानो में
बिकानो से नमकीन ज़मीन है टांगों से
खिसकती कमीन इरादों से आया तेरे आगे
सोचा अब कह दू, पर कह ना पाया
सोचा रहने दूं, लेकिन फिर रह ना पाया
तेरी खुशबू से जुदा तो लेके आया
ये लकीरें जो लिखी
ज़्यादा उछलती हैं क्यूं कि सतह से जली जैसे विक्की
मीठी नहीं है तो फीकी
गर तू मीठी नहीं तोह फीकी, फीकी
गानों पे बीती
जो इन आंखों पे बीती, बीती
ये बातें हैं सीधी, ये बातें हैं सीधी
हम आते हैं मुह पे
बजाते नहीं सीटी
सच्ची कहूँ तो हम थोड़े
जाहिल है ये ज़ाहिर है कवि गली का हाज़िर है
सभी यही मुसाफ़िर है यदि नहीं तो क्या फिर है
कभी करी गुज़ारिशें
कमा के थोड़ी खाली हैं जेबें
लेकिन वो खारिज अब क्यों कि जेबों में
ख्वाहिश है बन्ने की वो जो फ़्लो से कराता पैसे की बारिश है
"मंडे" की चोटों को भी तो कभी मंगल होना ही है
बंदिया मुझे सुनती हैं थोड़ा जल्दी सोजाती हैं
क्यूं कि सपनों में आने में फ्रेडी क्रूगर से माहिर हैं
चका चौंध हाँ
यारों के फ़ोन से
बैरी के होंठ तक सबको है पता
We on
यो ओये, ओये
क्या तुझे भी पता मैं कौन
मुझे भी नहीं पर बदलने वाला है सब
बस टाइम दे और थोड़ा
मेरी बग्गी, मेरी बग्गी
मेरा घोड़ा, मेरा घोड़ा
जो ना नाचे, जो ना नाचे
अब या होगा, अब क्या होगा
मेरी बग्गी, मेरी बग्गी
मेरा घोड़ा, मेरा घोड़ा
जो ना नचा, जो ना नचा
नाच, नाच, नाच, नाच
Written by: Abhijay Negi, Sajeel Kapoor, Siddhant Sharma

