कसम से
कसम से
कसम से
देख लो हमको करीब से
आज हम मिले हैं नसीब से
हो, देख लो हमको करीब से
आज हम मिले हैं नसीब से
ये पल फिर कहाँ?
और ये मंज़िल फिर कहाँ?
बावरा मन राह ताके तरसे रे
नैना भी मल्हार बनके बरसे रे
आधे से, अधूरे से बिन तेरे हम हुए
फीका लगे है मुझको सारा जहां
(कसम से, कसम से)
मैं कागज़ की कश्ती, तू बारिश का पानी
ऐसा है तुझसे अब ये रिश्ता मेरा
तू है तो मैं हूँ, तू आए तो बह लूँ
आधी है दुनिया मेरी तेरे बिना
आधी है दुनिया मेरी तेरे बिना
जी उठी १०० बार तुझपे मर के रे
नैना ये मल्हार बनके बरसे रे
आधे से, अधूरे से बिन तेरे हम हुए
फीका लगे है मुझको सारा जहाँ
गज़ब का है दिन, सोचो ज़रा
ये दीवानापन देखो ज़रा
तुम हो अकेले, हम भी अकेले
मज़ा आ रहा है, कसम से
(कसम से)
कसम से (कसम से)
कसम से