Letra

लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा मुझको पहचान, मैं कुर्बान, यूँ न छुप जा लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा कदम बेचैन है तो चाल में क्या क्या बल है इसी रफ़्तार पे तो प्यार मेरा पागल है कदम बेचैन है तो चाल में क्या क्या बल है इसी रफ़्तार पे तो प्यार मेरा पागल है आँखों में काजल है, गालों पे बदल है बड़ी रंगीन शाम जुल्फो की शाम है, वाई-वाई मेहरबान... लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा मुझको पहचान, मैं कुर्बान, यूँ न छुप जा लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा छुपा रहता नहीं अंदाज़ दिल के मारों का हमें पहचान ले, ये काम है दिलदारों का आदिम हूँ यारों का, बंदा हूँ प्यारों का ज़रा ले ले सलाम हाज़िर गुलाम, हाय वाई-वाई मेहरबान... लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा मुझको पहचान, मैं कुर्बान, यूँ न छुप जा लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा चले हो रूठ के मन जाओगे हलके हलके कहीं भी जाओगे, आ जाओगे दिल में चलके चले हो रूठ के मन जाओगे हलके हलके कहीं भी जाओगे, आ जाओगे दिल में चलके चाहे यहाँ छलके, चाहे वहाँ छलके तेरी आँखों का जैम मेरे ही नाम है, वाई-वाई मेहरबान... लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुक जा मुझको पहचान, मैं कुर्बान, यूँ न छुप जा लाले दी, जान-जान-जान ज़रा रुकजा
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Chitragupta Lyrics powered by www.musixmatch.com
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