Créditos

ARTISTAS INTÉRPRETES
Swasti Mehul
Swasti Mehul
Intérprete
COMPOSICIÓN Y LETRA
Swasti Mehul
Swasti Mehul
Autoría
Asim Raza
Asim Raza
Composición

Letra

दिल ग़लती कर बैठा है, ग़लती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा है, ग़लती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा, तू बोल, कफ़्फ़ारा क्या होगा?
बोल कफ़्फ़ारा, ओ, यारा, बोल कफ़्फ़ारा...
बोल कफ़्फ़ारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
एक तेरी हँसी पर ना जाने कब हौले-हौले फिसल गए
पढ़ने-लिखने के दिन थे जो, तुझे पढ़ते-पढ़ते निकल गए
कुछ धुँध हटी जब टकराए, ना पहचाना, ना मुस्काए
जब मुड़ के ना देखा तुमने, क्या कहें कि कितना घबराए
लिख बैठे तुझको दिल में, तुझको लिख बैठे दिल में
लिख बैठे तुझको दिल में, तुझको लिख बैठे दिल में
लिखा है ऐसा जो अब मिटना नामुमकिन होगा
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
दिल ग़लती कर बैठा है, ग़लती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा है
तेरा नाम लिखा हर पत्थर पर, हर पेड़ पे तेरा ज़िक्र किया
धागे बाँधे, माँगी मन्नत, हर दर पर माथा टेक दिया
एक तेरी झलक को तेरे शहर में गलियाँ-गलियाँ भटके हम
हम तरस गए तेरी हाँ सुनने, ये कैसे मोड़ पे अटके हम?
तेरे प्यार में पागल हम हैं, पागल तेरे प्यार में हम हैं
तेरे प्यार में पागल हम हैं, पागल तेरे प्यार में हम हैं
पागल तो होंगे बहुत, पर हम सा पागल ना होगा
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
आजा रे, साँवरिया
हम ने धड़कन-धड़कन करके दिल तेरे दिल से जोड़ लिया
आँखों ने आँखें पढ़-पढ़ के तुझे विर्द बना के याद किया
तुझे प्यार किया तो तू ही बता, हमने क्या कोई जुर्म किया?
और जुर्म किया है तो भी बता, ये जुर्म के जुर्म की क्या है सज़ा?
तुम्हें हमसे बढ़कर दुनिया, दुनिया तुम्हें हमसे बढ़कर
तुम्हें हमसे बढ़कर दुनिया, दुनिया तुम्हें हमसे बढ़कर
हमको तुमसे बढ़कर कोई जान से प्यारा ना होगा
बोल हमारा, ओ, यारा, बोल हमारा क्या होगा?
बोल कफ़्फ़ारा, ओ, यारा, बोल कफ़्फ़ारा क्या होगा?
मेरे दिल की दिल से तौबा, दिल से तौबा मेरे दिल की
मेरे दिल की दिल से तौबा, दिल से तौबा मेरे दिल की
दिल की तौबा ऐ दिल, अब प्यार दोबारा ना होगा
दिल ग़लती कर बैठा है, ग़लती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा है, ग़लती कर बैठा है दिल
दिल ग़लती कर बैठा, तू बोल, कफ़्फ़ारा क्या होगा?
बोल कफ़्फ़ारा, कफ़्फ़ारा, बोल कफ़्फ़ारा...
तू बोल कफ़्फ़ारा, ओ, यारा, बोल कफ़्फ़ारा क्या होगा?
Written by: Asim Raza, Swasti Mehul
instagramSharePathic_arrow_out

Loading...