Letra

वक़्त के जंगल में खोया है एक बंजारा एक बंजारा वक़्त के जंगल में खोया है एक बंजारा घूमे गलियों में गोल-गोल ज़िंदगी मिले जो भी, लगे ज़रा-ज़रा अजनबी घूमे गलियों में गोल-गोल ज़िंदगी मिले जो भी, लगे ज़रा-ज़रा अजनबी और नज़रें ढूँढें राह दिखने वाला सितारा वक़्त के जंगल में खोया है एक बंजारा (बंजारा, हो) (वक़्त के जंगल में...) क़दम-क़दम, ये दम-ब-दम सवालों में खोया चला जाए है क़दम-क़दम, ये दम-ब-दम अँधेरों में डूबा चला जाए है सवालों में खोया, अँधेरों में डूबा सवालों में खोया, अँधेरों में डूबा चला जाए है चला जाए है, चला जाए है फिरे तन्हा मुसाफ़िरों सा ग़म-ज़दा सुने रात-भर आहटों की ये सदा फिरे तन्हा मुसाफ़िरों सा ग़म-ज़दा सुने रात-भर आहटों की ये सदा और रात कहे, "सुबह ना आएगी ये दोबारा" वक़्त के जंगल में खोया है एक बंजारा (बंजारा) वक़्त के जंगल में खोया है एक बंजारा
Writer(s): Hussain Haidry, Gaurav Chatterji Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out