Créditos
ARTISTAS INTÉRPRETES
Sonu Nigam
Canto
Sameer
Intérprete
COMPOSICIÓN Y LETRA
Sameer
Autoría
Nadeem - Shravan
Composición
PRODUCCIÓN E INGENIERÍA
Naraindas Mukhija
Producción
Letra
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
सावन की रिमझिम मस्त घटा
ये शाम सुहानी तुम ही तो हो
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
आहट-आहट आती है
मैं प्यार से सुनता जाता हूँ
बाग़ों की महकी गलियों से
मैं कलियाँ चुनता जाता हूँ
बेचैनी मेरी धड़कन की
ख़्वाबों की कहानी तुम ही तो हो
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
ऊँचे-ऊँचे पेड़ों पे
जब पंछी सुर में गाते हैं
ऐसा लगता है साज़िंदे
कहीं अपना साज़ बजाते हैं
बुलबुल के पैरों की पायल
भँवरों की ज़ुबानी तुम ही तो हो
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
सावन की रिमझिम मस्त घटा
ये शाम सुहानी तुम ही तो हो
ठहरो तो सही, सोचो तो ज़रा
मौसम की रवानी तुम ही तो हो
Written by: Nadeem - Shravan, Sameer