Paroles

क्यूँ दूरियाँ, हाँ, दरमियाँ? बढ़ जाने दे नज़दीकियाँ हर साँस में महसूस कर इन साँसों की मदहोशियाँ तेरा नशा ऐसे चढ़े, तेरा नशा ज़िद पे अड़े तेरा नशा ऐसे नचाए झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ तेरा नशा मुझको हुआ, तेरा नशा है ख़्वाब सा तेरा नशा ऐसे नचाए, झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ मैं बस तेरी आँखों से पीना है, जीना है ऐसे ही मुझे रहना नहीं है अब होश में, होश में ज़ुल्फ़ों के साए में, मुझको छुपा ले हमेशा के लिए भर ले मुझे तू आगोश में तेरे सिवा जाऊँ कहाँ? तू ही मेरे दोनों जहाँ पहलू में तेरे ख़ुद को पाकर झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ तेरा नशा मुझको हुआ, तेरा नशा है ख़्वाब सा तेरा नशा ऐसे नचाए, झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ मैं ख़्वाब-ओ-ख़्यालों में, उलझे सवालों में तू ही तू बसी तू आरज़ू है, तू जुस्तजू, जुस्तजू तेरे इशारों पे चलती है, रुकती है साँसें ये मेरी रहना तू ऐसे ही रू-ब-रू अब तो मेरी आदत है तू, आदत क्या ज़रुरत है तू तुझको दिल से अपने लगा कर झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ तेरा नशा ऐसे चढ़े, तेरा नशा ज़िद पे अड़े तेरा नशा ऐसे नचाए झूम, झूम, झूम, झूमता हूँ मैं
Writer(s): Pritam Chakraborty Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out