Crédits

INTERPRÉTATION
Kumar Sanu
Kumar Sanu
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
ANAND MILIND
ANAND MILIND
Composition
Sameer
Sameer
Paroles/Composition

Paroles

कोई ना समझे, कोई ना जाने
मिलना, बिछड़ना ही ज़िंदगी है
हर आदमी की क़िस्मत में देखो
थोड़े से आँसू, थोड़ी हँसी है
कैसे मुसाफ़िर हैं हम?
कैसा है जीवन सफ़र?
मंज़िल मिलेगी कहाँ?
किसको यहाँ है ख़बर?
मेरे भोले सनम, तेरे सर की क़सम
जा के जल्दी ही मैं लौट आऊँगा
लौट आऊँगा, लौट आऊँगा
मैं जिस्म हूँ, तू है जाँ
होंगे कभी ना जुदा
ऐसे ना आँसू बहा
हँस के मुझे कर विदा
Written by: ANAND MILIND, Sameer
instagramSharePathic_arrow_out

Loading...