Clip vidéo

Barisho Ki Cham Cham | Anuradha Paudwal, Udit Narayan | Jaikara
Regarder le vidéoclip de {trackName} par {artistName}

Crédits

INTERPRÉTATION
Anuradha Paudwal
Anuradha Paudwal
Interprète
Udit Narayan
Udit Narayan
Interprète
Adarsh Gautam
Adarsh Gautam
Interprétation
COMPOSITION ET PAROLES
Anand Raj Anand
Anand Raj Anand
Composition
Saral Kavi
Saral Kavi
Paroles

Paroles

बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, ओ बिजली कड़क रही है, थम-थम के आए हैं बिजली कड़क रही है, थम-थम के आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, ओ कोई बूढ़ी माँ के संग आया, कोई तन्हा हुआ तैयार कोई आया भक्तों की टोली में, कोई पूरा परिवार हो-हो, कोई बूढ़ी माँ के संग आया, कोई तन्हा हुआ तैयार कोई आया भक्तों की टोली में, कोई पूरा परिवार सबकी आँखें देख रहीं, कब पहुँचें तेरे द्वार छोटे-छोटे बच्चों को संग लेके आए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, माँ काली घनघोर घटाओं से जम-जम कर बरसे पानी आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी हो, काली घनघोर घटाओं से जम-जम कर बरसे पानी आगे बढ़ते ही जाना है, भक्तों ने यही है ठानी सबकी आस यही है कि मिल जाए तेरा प्यार भीगी-भीगी पलकों पे सपने सजाए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, ओ तेरे ऊँचे भवन पे, माँ अम्बे, रहते हैं लगे मेले मीठा फल वो ही पाते हैं जो तकलीफ़ें झेलें हो-हो, तेरे ऊँचे भवन पे, माँ अम्बे, रहते हैं लगे मेले मीठा फल वो ही पाते हैं जो तकलीफ़ें झेलें दुख पाकर ही सुख मिलता है, भक्ति का ये सार मैया, तेरी दरस के दीवाने आए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, माँ रिमझिम ये बरस रहा पानी, अमृत के लगे सामान इस अमृत में भीगें पापी तो बन जाएँ इंसान हो, रिमझिम ये बरस रहा पानी, अमृत के लगे सामान इस अमृत में भीगें पापी तो बन जाएँ इंसान कर दे, मैया रानी, कर दे हम पे भी उपकार हमने भी जयकारे जम-जम के लगाए हैं बारिशों की छम-छम में तेरे दर पे आए हैं मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे मेहरा वाली, मेहरा कर दे, झोलियाँ सबकी भर दे, ओ
Writer(s): Saral Kavi, Anand Raj Anand Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out