Crédits
INTERPRÉTATION
Lata Mangeshkar
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Shankar - Jaikishan
Composition
Hasrat Jaipuri
Paroles/Composition
Paroles
छी-छी-छी-छी-छी-छी, शी
सूरत हसीं, लगता है दीवाना
सूरत हसीं, लगता है दीवाना
ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?
(सूरत हसीं, लगता है दीवाना)
(सूरत हसीं, लगता है दीवाना)
(ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?)
सूरत हसीं...
आया कहाँ से, ना घर है ना बार है
ओ-ओ, आया कहाँ से, ना घर है ना बार है
अकड़े है ऐसा कि जैसा थानेदार है
मंज़िल पे ना कोई ना ठिकाना
मंज़िल पे ना कोई ना ठिकाना
ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?
(सूरत हसीं, लगता है दीवाना)
(ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?)
सूरत हसीं...
आँखें लड़ाता है, माने ना कहना
ओ-ओ, आँखें लड़ाता है, माने ना कहना
ऐसे अनाड़ी से बच के ही रहना
ज़ालिम शरीर पापी है पूराना
ज़ालिम शरीर पापी है पूराना
ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?
(सूरत हसीं, लगता है दीवाना)
(ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?)
सूरत हसीं...
दिखें कहीं भी जो कलियाँ गुलाब की
ओ-ओ, दिखें कहीं भी जो कलियाँ गुलाब की
नियत बदलती है फ़ौरन जनाब की
मतलब की बात करता है सियाना
मतलब की बात करता है सियाना
ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?
(सूरत हसीं, लगता है दीवाना)
(ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?)
सूरत हसीं, लगता है दीवाना
सूरत हसीं, लगता है दीवाना
ऐसे नौजवाँ से क्या दिल का लगाना?
सूरत हसीं...
Written by: Hasrat Jaipuri, Shankar - Jaikishan

