Crédits
INTERPRÉTATION
Mohammed Rafi
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Anu Malik
Composition
Hasrat Jaipuri
Paroles/Composition
Paroles
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
ज़िंदगी से भाग कर आया हूँ मैं, मुझे थाम ले
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
आ, ज़रा...
अपनी हस्ती से ख़ुद मैं परेशान हूँ
जिसकी मंज़िल नहीं ऐसा इंसान हूँ
अपनी हस्ती से ख़ुद मैं परेशान हूँ
जिसकी मंज़िल नहीं ऐसा इंसान हूँ
मैं कहाँ था, कहाँ से कहाँ आ गया
क्या से क्या हो गया, मैं भी हैरान हूँ
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
आ, ज़रा...
बुझ गया भी तो क्या अपने दिल का दीया
अब ना रोएँगे हम रोशनी के लिए
बुझ गया भी तो क्या अपने दिल का दीया
अब ना रोएँगे हम रोशनी के लिए
दिल का शीशा जो टूटा तो ग़म क्यूँ करें?
दर्द काफ़ी है बस ज़िंदगी के लिए
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
आ, ज़रा...
रात आती रही, रात जाती रही
मेरे ग़म का ना लेकिन सँवेरा हुआ
रात आती रही, रात जाती रही
मेरे ग़म का ना लेकिन सँवेरा हुआ
अपने-अपने नसीबों की बातें हैं ये
जो मिला हम को उसका बहुत शुक्रिया
आ, ज़रा मेरे हमनशीं, थाम ले, मुझे थाम ले
ज़िंदगी से भाग कर आया हूँ मैं, मुझे थाम ले
आ, ज़रा...
Written by: Anu Malik, Hasrat Jaipuri

