Crédits
INTERPRÉTATION
Mohammed Rafi
Interprète
Chandrani Mukherjee
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Sonik Omi
Composition
Verma Malik
Paroles/Composition
Paroles
Vishal? (हाँ?)
हम कब तक इस तरह छुपकर मिलते रहेंगे?
अरे, बीच शहर में इकठ्ठे taxi में जा रहे हैं
और तुम कह रही हो कि हम छुपकर मिल रहे हैं
Offo, मेरा मतलब ये नहीं है
मेरा मतलब है कि हम साथ इकठ्ठे कब रहेंगे?
देखा, फिर फटी कमीज़ और button देखूँ तो
तो button भी नहीं है
हाँ, क्या करूँ, कोई सिने वाला भी तो नहीं
मैं सिया करूँगी, (hm?) हमेशा, (वादा?) Hm
तो फिर मैं भी एक वादा करता हूँ (क्या?)
Factory से कपड़े हमेशा फाड़कर लाया करूँगा
Hahahahahaha!
इस इश्क़-ओ-मोहब्बत की कुछ हैं अजीब रस्में
इस इश्क़-ओ-मोहब्बत की कुछ हैं अजीब रस्में
कभी जीने के वादे, कभी मरने की क़स्में
ना ये तेरे बस में, ना वो मेरे बस में
ना ये तेरे बस में, ना वो मेरे बस में
कभी जीने के वादे, कभी मरने की क़स्में
इस इश्क़-ओ-मोहब्बत की कुछ हैं अजीब रस्में
कभी इंतज़ार करते बरसात की रातों में
कभी रात गुज़र जाए बातों ही बातों में
कभी इंतज़ार करते बरसात की रातों में
कभी रात गुज़र जाए बातों ही बातों में
इक दर्द मचलता है इस दिल की नस-नस में
इक दर्द मचलता है इस दिल की नस-नस में
हो, कभी जीने के वादे, कभी मरने की क़स्में
ना ये तेरे बस में, ना वो मेरे बस में
'गर हमको जुदा कर दें इक बार जहाँ के सितम
हर बार जनम लेकर हर बार मिलेंगे हम
'गर हमको जुदा कर दें इक बार जहाँ के सितम
हर बार जनम लेकर हर बार मिलेंगे हम
यूँ अहद-ए-वफ़ा कर लें, आ, मिलकर आपस में
यूँ अहद-ए-वफ़ा कर लें, आ, मिलकर आपस में
कभी जीने के वादे, कभी मरने की क़स्में
मैं तेरी मोहब्बत में हर रस्म निभा दूँगा
अपनी नींदें देकर तेरे ख़्वाब सजा दूँगा
मैं तेरी मोहब्बत में हर रस्म निभा दूँगा
अपनी नींदें देकर तेरे ख़्वाब सजा दूँगा
ऐसा ही होता है जब दिल ना रहे बस में
ऐसा ही होता है जब दिल ना रहे बस में
कभी जीने के वादे, कभी मरने की क़स्में
इस इश्क़-ओ-मोहब्बत की कुछ हैं अजीब रस्में
Written by: Sonik Omi, Verma Malik

