Paroles

आज की रात चराग़ों की लौ ऊँची कर लो आज की रात चराग़ों की लौ ऊँची कर लो हो सके तो दिल की आग आँचल में भर लो अपनी आग में जलना होगा आज अकेले चलना होगा अँधेरे में जलना होगा आज अकेले चलना होगा
Writer(s): Gulzar, Hemant Kumar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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