Crédits
INTERPRÉTATION
Abhijeet Bhattacharya
Interprète
Hema Sardesai
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Sanjeev Darshan
Composition
Abbas Katka
Paroles/Composition
Paroles
तू क्या मिल गई, ये समाँ रंगीं हो गया
सहरा में जैसे खिल गया हो गुल नया
ऐ मेरी जान-ए-जाँ, है तुझे क्या पता?
तेरे हुस्न का मुझ पे नशा छा गया
...मुझ पे नशा छा गया
...मुझ पे नशा छा गया
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
हाँ
हो
आज-कल क्या बताऊँ, मदहोश हो गई हूँ
महसूस हो रहा है, मैं कहीं खो गई हूँ
खोया मेरा भी दिल है, बेचैन ये धड़कन है
क्या यही है मोहब्बत? कैसा दीवानापन है?
ऐ मेरे जान-ए-जाँ, है तुझे क्या पता?
हाल मेरे भी दिल का है कुछ आप सा
...दिल का है कुछ आप सा
...दिल का है कुछ आप सा
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
तूने जो छू लिया तो खिल गई दिल की कलियाँ
तेरी आँखों में मुझ को मिल गई मेरी दुनिया
यूँ तो लाखों हसीं हैं, तुझ सा कोई नहीं है
जिसकी ख्वाहिश थी मुझ को, जान-ए-जाँ, तू वही है
ऐ मेरे जान-ए-जाँ, सुन तेरा शुक्रिया
मिल गया तेरे दिल में मुझे आशियाँ
...दिल में मुझे आशियाँ
...दिल में मुझे आशियाँ
ऐ मेरी जान-ए-जाँ, आ गले से लगा
ताकि मिल जाएँ मुझ को जमीं-आसमाँ
...मुझ को जमीं-आसमाँ
...मुझ को जमीं-आसमाँ
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत...
क़यामत, क़यामत, क़यामत...
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
तू क्या मिल गया, ये समाँ रंगीं हो गया
सहरा में जैसे खिल गया हो गुल नया
ऐ मेरे जान-ए-जाँ, है तुझे क्या पता?
तेरे इश्क़ का मुझ पे नशा छा गया
...मुझ पे नशा छा गया
...मुझ पे नशा छा गया
मोहब्बत, मोहब्बत...
क़यामत, क़यामत...
मोहब्बत, मोहब्बत...
क़यामत, क़यामत...
मोहब्बत, मोहब्बत, मोहब्बत हो ना जाए
क़यामत, क़यामत, क़यामत आ ना जाए
Written by: Abbas Katka, Sanjeev Darshan

