Paroles
ऐ काश कहीं ऐसा होता
कि दो दिल होते सीने में
ऐ काश कहीं ऐसा होता
कि दो दिल होते सीने में
एक टूट भी जाता इश्क़ में तो...
एक टूट भी जाता इश्क़ में तो
तक़लीफ़ ना होती जीने में
तक़लीफ़ ना होती जीने में
ऐ काश कहीं ऐसा होता
कि दो दिल होते सीने में
सच कहते हैं...
सच कहते हैं लोग कि पीकर
रंज नशा बन जाता है
कोई भी हो रोग ये दिल का
दर्द दवा बन जाता है
आग लगी हो इस दिल में तो...
आग लगी हो इस दिल में तो
हर्ज़ है क्या फिर पीने में?
तो हर्ज़ है क्या फिर पीने में?
ऐ काश कहीं ऐसा होता
कि दो दिल होते सीने में
Writer(s): Viju Shah, Anand Bakshi, Raj Barman
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