Crédits
INTERPRÉTATION
DMA ILLAN
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Muhammad Iqbal
Paroles/Composition
Paroles
हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत
हो मेरे दम से यूँ ही मेरे वतन की ज़ीनत
जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत
जिस तरह फूल से होती है चमन की ज़ीनत
ज़िंदगी हो मेरी...
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
जिस तरह फूल से होती है चमन
जिस तरह फूल से होती है चमन
ज़िंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब
ज़िंदगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब
इल्म की शम्मा से हो मुझको मोहब्बत या रब
-बत या रब...
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
जिस तरह फूल से होती है चमन
जिस तरह फूल से होती है चमन
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
नेक जो राह हो उस रह पे चलाना मुझको
मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको
-ना मुझको...
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
जिस तरह फूल से होती है चमन
जिस तरह फूल से होती है चमन
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ल-ल, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
ज़िं- ज़िं, ज़िंदगी शम्मा की सूरत हो खुदा या मेरी
Written by: Muhammad Iqbal

