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INTERPRÉTATION
Adarsh Sahu
Adarsh Sahu
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Adarsh Sahu
Adarsh Sahu
Composition

Paroles

आहटें हो रहीं तेरी दिल के दर पे मेरे
तू यहीं है कहीं ना कहीं
आहटें हो रहीं तेरी दिल के दर पे मेरे
तू यहीं है कहीं
कभी मेरे ख़्वाब सा, कभी उलझे जवाब सा
कि चंदा में भी दाग़ सा, मेरे जैसा तू
कि दरिया का हो इक सिरा, कि अरमानों का सिलसिला
कि सहरा में भी आब सा, मेरे जैसा तू, मेरे जैसा तू
आहटें हो रहीं तेरी दिल के दर पे मेरे
तू यहीं है कहीं
ना आए हो, ना आओगे, ना phone पे बुलाओगे
ना शाम की करारी चाय लबों से यूँ पिलाओगे
ना आए हो, ना आओगे, ना दिन ढले सताओगे
ना रात की नशीली bye से नींद में जगाओगे
गए, तुम गए हो क्यूँ, रात बाक़ी है
गए, तुम गए हो क्यूँ, साथ बाक़ी है
गए, तुम गए, हम थम गए, हर बात बाक़ी है
गए क्यूँ तो जिएँ क्यूँ?
गए क्यूँ तो जिएँ क्यूँ?
Written by: Adarsh Sahu
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