Crédits
INTERPRÉTATION
The Local Train
Voix principales
Paras Thakur
Guitare électrique
Ramit Mehra
Basse électrique
Sahil Sarin
Batterie
Raman Negi
Voix principales
COMPOSITION ET PAROLES
The Local Train
Paroles/Composition
Paras Thakur
Paroles/Composition
Ramit Mehra
Paroles/Composition
Sahil Sarin
Paroles/Composition
Raman Negi
Paroles/Composition
PRODUCTION ET INGÉNIERIE
The Local Train
Production
Paroles
अब क्या कहें उनसे, जनाब
पिछले ग़ुरूर टूटे नहीं
थे हर घड़ी जो रू-ब-रू
अब एक शाम मुमकिन नहीं
है क़यामत ये मोहब्बत
हारे हैं हम, ना शिकवा कोई
ये दास्तान अब मुख़्तसर
क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
सुनता है, मेरे यार
तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
सुनता है, मेरे यार
कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
थी हसरतें जिनसे हज़ार
रुख़सत हुए अक्सर वही
हर शिकायत अब बेअसर
क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
सुनता है, मेरे यार
तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
सुनता है, मेरे यार
कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
थी हसरतें जिनसे हज़ार
रुख़सत हुए अक्सर वही
है दास्ताँ ये मुख़्तसर
क्यूँ है ख़फ़ा? सुन तो सही
सुनता है मेरे यार
तू ही सही, तो मैं दिल-ए-गुलाम
सुनता है, मेरे यार
कि मंज़िलें मिलें अपना मकाम
Writer(s): The Local Train
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