Crédits

INTERPRÉTATION
Sonu Nigam
Sonu Nigam
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Jeet Gannguli
Jeet Gannguli
Composition
Jaani
Jaani
Paroles
Rashmi Virag
Rashmi Virag
Paroles

Paroles

मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
ख़ुशियों से मिलना भूल गए
तुम इतना क्यूँ हमसे दूर गए?
कोई किरण इक दिन आएगी
तुम तक हमको लेके जाएगी
मैं राह पे आँख बिछा के ही सोऊँ
मैं राह पे आँख बिछा के ही सोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
पंख अगर होते, उड़ के चला मैं आता, रुकता ना एक पल
क़ैद ये कैसी? ख़ुदा, साँस भी रूठी है सीने में आजकल
आजकल, आजकल, आजकल
आजकल, आजकल, आजकल
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
जो तुझे लगता बारिश है, वो मैं हूँ जो रोऊँ
मैं दर्दों को पास बिठकर ही सोऊँ
Written by: Jaani, Jeet Gannguli, Rashmi Virag
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