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Crédits

INTERPRÉTATION
Ankit Tiwari
Ankit Tiwari
Interprète
Tulsi Kumar
Tulsi Kumar
Interprète
COMPOSITION ET PAROLES
Ankit Tiwari
Ankit Tiwari
Composition
Sandeep Nath
Sandeep Nath
Paroles
Abhendra Kumar Upadhyay
Abhendra Kumar Upadhyay
Paroles

Paroles

[Verse 1]
रातों को अपनी पलकों से
ख्वाब सजाने दो (ख्वाब सजने दो)
फिर ख्वाबों को आंखों से
नींद चुराने दो
खामोशियां रखती हैं
अपनी भी एक ज़ुबाँ
खामोशी को चुपके से सब कह जाने दो
[Verse 2]
कुछ तोह हुआ है (ये क्या हुआ)
जो ना पता है (ये जो हुआ)
कुछ तोह हुआ है (समझो कुछ समझो ना)
[Verse 3]
जो कदम कदम चलू
तुझे ही तय करू मैं
साँसें बनकर तुझे ओढ़ लू
तू ख्याल सा मिला है
जिसको गिन सकू मैं
आदतों में तुझे जोड़ लूँ
तुझसे रोशन रातें सारी
तुझपे ही खतम बातें सारी
खामोशियां रखती हैं
अपनी भी एक ज़ुबाँ
खामोशी को चुपके से सब कह जाने दो
[Verse 4]
कुछ तोह हुआ है (ये क्या हुआ)
जो ना पता है (ये जो हुआ)
कुछ तोह हुआ है (समझो कुछ समझो ना)
[Verse 5]
तुझे एक बार प्यार से जो छू सकुन मैं
वक्त को फिर वहीं रोक दूँ
फिर दिल मचल के गर हदों को भूल जाए
धड़कनो का सफर छोड़ दूँ
तूने दी है सारी खुशियां
तू है तोह है मेरी दुनिया
खामोशियां रखती हैं
अपनी भी एक ज़ुबाँ
खामोशी को चुपके से सब कह जाने दो
[Verse 6]
कुछ तोह हुआ है (ये क्या हुआ)
जो ना पता है (ये जो हुआ)
कुछ तोह हुआ है (समझो कुछ समझो ना)
Written by: Abhendra Kumar Upadhyay, Ankit Tiwari, Sandeep Nath
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