गाने

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन करम किये जा फल की इच्छा मत कर ऐ इंसान जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान करम किये जा फल की इच्छा मत कर ऐ इंसान जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान इस प्राणी का कष्ट दूर करो महाराज यह कौन है देवी, क्या कष्ट है इसे रूपचंद है रेशम वाला, कपडे का व्यापारी बीस बरस तक साथ में रहकर, भाग गयी इसकी नारी और अगर वो साथ में रहती, मर जाती बेचारी(अच्चा) पति देव के मन भाई थी, बाला एक कुवारी पति बना पत्नी का दुश्मन, संकट में थी जान जैसे करम करेगा, वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान गुरूदेव इस कन्या का मुखडा तो भोला भाला है किंतु... किंतु क्या मृगनयनी सी चंचल बाला, मन में लिए उदासी दुःख के अंदर दबी हुइ है, सुख की है अभिलाषी किसी के घर की राजकुमारी, बनी किसी की दासी मज़बूरी के आँख में, आंसु पलके फिर भी प्यासी पल पल ढोये अरमानो के गंगा जल से कौन जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान आप तो ज्ञानी है, अंतर्यामी है बताईये ना महाराज, क्या देवी कौन सी दुविधा आपके, चरणो में इनको ले आयी किस चिन्ता में मग्न है, दोनों क्यों आँखे पथरायी ये मरे हुए है या जीवित बस मरने ही वाले है देवी, इन का अंत निकट है तथास्तू इन दोनों दुष्टों ने मिलकर, कैसी चाल चलाई एक कंस मामा बन बैठा, एक दुर्योधन भाई कृष्ण कंस का तोड़ेगा, फिर कलयुग में अभिमान जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान है गुरुदेव यह मैं क्या देख रही हूँ जिनके दर्शनों को दुनिया तरसती है स्वयं दर्शन देने आ रहे हैं पंहुचा हुआ है साधु क्या क्या चमत्कार दिखलाए भोली जनता बोले ईश्वर, रूप बदल के आये यह जनता की भूल है देवी यह महापापी है, घोर अपराधी है अच्छा... वेद शास्त्रों की भाषा को, ये ढोंगी क्या जाने ये पूजा करवाएं अपनी, प्रभु को क्या पहचाने ये साधु के भेष में, डाकू रोज़ पाखण्ड रचाये ऋषियों को बदनाम करे, सन्तो पे डाग लगाये दिन में डाके डाले पापी, रात में कत्ल कराये राम राम सच बोले सन्यासी, कभी न हो इसका कल्याण जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान करम किये जा फल की इच्छा मत कर ऐ इंसान जैसे करम करेगा वैसे फल देगा भगवान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान यह है गीता का ज्ञान
Writer(s): Jaikshan Shankar, M. G. Hashmat Lyrics powered by www.musixmatch.com
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