गाने

कुछ छिपाए, aha, कुछ बताए, aha कुछ छिपाए, aha, कुछ बताए, aha कभी अकेली है, कभी सहेली है कभी अकेली है, कभी सहेली है ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है कुछ उलझती, aha, कुछ सुलझती, aha कुछ उलझती, aha-oh-ayy, कुछ सुलझती, aha अलबेली है, नई-नवेली है अलबेली है, नई-नवेली है ऐ ज़िंदगी, तू एक पहेली है
Writer(s): Anurag Saikia, Durgesh Singh Lyrics powered by www.musixmatch.com
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