क्रेडिट्स
PERFORMING ARTISTS
Palak Muchhal
Performer
Amit Trivedi
Performer
Janhvi Kapoor
Actor
COMPOSITION & LYRICS
Amit Trivedi
Composer
Kausar Munir
Lyrics
गाने
जिस पल से देखा है तुझ को, मन ये पगल गया रे
पीछे-पीछे देखो तेरे हद से निकल गया रे
हाँ-हाँ, जिस पल से देखा है तुझ को, मन ये पगल गया रे
पीछे-पीछे देखो तेरे हद से निकल गया रे
तू जहाँ वहाँ ले के जाएँ ये राहें मोरी
कि तुझ संग बाँधी, कि तुझ संग बाँधी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
रे-रे-रे, तुझ संग बाँधी रे मन की डोरी
हो, दाँतों से काटे, हाथों से खींचे
डोर ये तेरी-मेरी तोड़े ना टूटे
हो, धूप के दिन हों या सरदी की रातें
डोर ये तेरी-मेरी छोड़े ना छूटे
तू जहाँ वहाँ ले के जाएँ ये राहें मोरी
कि तुझ संग बाँधी, कि तुझ संग बाँधी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
कि तुझ संग बाँधी ये मन की डोरी
रे-रे-रे, तुझ संग बाँधी रे मन की डोरी
Written by: Amit Trivedi, Kausar Munir