Alka Yagnik & Javed Ali के आगामी संगीत कार्यक्रम
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क्रेडिट्स
PERFORMING ARTISTS
Alka Yagnik
Vocals
Javed Ali
Vocals
Subhash Ghai
Conductor
COMPOSITION & LYRICS
A.R. Rahman
Composer
Gulzar
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Subhash Ghai
Producer
गाने
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
तू धुप की तरह बदन को छु जरा
शरीर से यह मुस्कुराहटें तेरी
बदन में सुनती हूँ मैं आहटें तेरी
लबों से आके छू ले अपने लब जरा
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
शरीर से यह मुस्कुराहटें तेरी
बदन में सुनती हूँ मैं आहटें तेरी
ऐसा होता हैं खयालों में अक्सर
तुझ को सोचु तो महक जाती हूँ
मेरी रूह में बसी हैं तेरी खुशबु
तुझको छु लूं तो बहक जाती हूँ
तेरी आँखों में ... तेरी आँखों में कोई तो जादू हैं
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
तू धुप की तरह बदन को छु जरा
शरीर से यह मुस्कुराहटें तेरी
बदन में सुनती हूँ मैं आहटें तेरी
तेज चलती हैं हवाओं की सांसें
मुझको बाहों में लपेट के छुपाले
तेरी आँखों की हसीं लोरियों में
मैं बदन को बिछौऊ तू सुला ले
तेरी आँखों ...तेरी आँखों में कोई तो नशा हैं
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
तू मुस्कुरा जहाँ भी है तू मुस्कुरा
तू धुप की तरह बदन को छु जरा
शरीर से यह मुस्कुराहटें तेरी
बदन में सुनती हूँ मैं आहटें तेरी
Writer(s): Gulzar, A.r. Rahman
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