गाने

हो-हो-हो-हो आ-आ-आ-आ, आ-आ-आ त-न, त-न, ता-ना ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया मेहमान चला गया घर से ये खाली मकान रह गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया खाबों से तकदीरें, खाबों से तकदीरें कब बनती हैं? पानी पे तस्वीरें, पानी पे तस्वीरें कब बनती हैं? ना रंग रहा कोई बाकी ना कोई निशान रह गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया उस आंधी का उस तूफ़ान का ज़ोर किसी को याद नहीं हैं आयी थी इक रोज़ क़यामत और किसी को याद नहीं हैं बस एक मेरा दिल टुटा ये सारा जहान रह गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया अपने जख्मों, अपने सदमो से मैं कितनी शर्मिन्दा हूँ क्या कारण हैं क्या हैं सबब जो आज भी अब भी मैं ज़िंदा हूँ लगता हैं कि मेरा बाकी कोई इम्तेहान रह गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया मेहमान चला गया घर से ये खाली मकान रह गया ज़िंद ले गया वो दिल का जानी ये बुत बेजान रह गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया ज़िंद ले गया
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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