गाने

सुनी-सुनी, खोई-खोई आँखें मेरी ढूँढे तुझे ही कब से, हाँ, कब से अब आओगी, तब आओगी, कब आओगी? पूछूँ मैं यहीं खुद से हाँ, खुद से मैं यूँ यहाँ, तू है कहाँ? आहें मेरी सुन सुनी-सुनी, खोई-खोई आँखें मेरी ढूँढे तुझे ही कब से, हाँ, कब से मेरे जज़्बों को दर्द देके गुम हुए तुम कहाँ चैन लेके? ढूँढती तुमको मेरी आँखें बिन तेरे ठहरी हैं अब ये साँसें ज़िद पे अड़ा है ये दिल जीना किया है मुश्किल बस मेरा खुद पे ना है यकीं सुनी-सुनी, खोई-खोई आँखें मेरी ढूँढे तुझे ही कब से, हाँ, कब से अब आओगी, तब आओगी, कब आओगी? पूछूँ मैं यहीं खुद से हाँ, खुद से क्या मिला तुमको यूँ सता के इस तरह से मेरा दिल जला के ना रहा जाए अब तो तनहा चुब रहा शूल सा लम्हा-लम्हा एक बार तो आओ फिर चाहो तो जाओ खेलो ना यूँ मेरे दिल से चीनी कम है, चीनी कम है थोड़ी-थोड़ी तुझ में ही कम, कम-कम, है कम-कम सुनी-सुनी, खोई-खोई आँखें मेरी ढूँढे तुझे ही हमदम, ओ, मेरे हमदम मैं यूँ यहाँ, तू है कहाँ? आहें मेरी सुन सुनी-सुनी, खोई-खोई आँखें मेरी ढूँढे तुझे ही कब से, हाँ, कब से अब आओगी, तब आओगी, कब आओगी? पूछूँ मैं यहीं खुद से हाँ, खुद से
Writer(s): Sameer, Manoj Tapadia, Illaiya Raja Lyrics powered by www.musixmatch.com
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