गाने

क्यूँ आज तितलियों सा पूरा आसमान है ये? क्यूँ आज चेहरा तेरा लग रहा कि चाँद है ये? क्यूँ एक-दूजे की आँखों में डूबे जा रहे हैं? क्यूँ आज सपनों का सा लग रहा जहान है ये? वक़्त थम ही जाए, हम दोनों गुम हो जाएँ इक-दूजे की बाँहों में आज इस जगह हर दर्द खो ही जाए, हमदर्द हो ही जाएँ इक-दूजे के हम दोनों आज इस जगह आज इस जगह पे रह ही जाएँ बात दिल की जो है कह ही जाएँ रे-रा-रे, रे-रा-रे रे-रा-रे-रा-रे-रा रे-रा-रे, रे-रा-रे रा-रे-रा-रे-रा-रे-रा
Writer(s): Aditya Rikhari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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