गाने

इश्क़ की किताबों में बात ये लिखी है 'गर जुनून ना हो तो इश्क़ ही नहीं है इश्क़ जो हुआ तुझसे तो लगा यही है तेरा नाम सच है, बस तू ही सही है तेरा इश्क़, इश्क़ तेरा, है रंग सब से गहरा है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा एक खनखनाता गहना, अब और क्या है कहना? है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा तू-मैं अब हम हैं चल, चलें अब साथ में, साथ में तू और मैं अब हम हैं चल, चलें अब साथ में दरियाओं-दरख़्तों की महफ़िल में चिनारों ने झीलों से बोला है मोहब्बत के सारे फ़रिश्तों ने ज़मीं पे उतर के ये बोला है "इश्क़ की गर्दन पे बर्फ़ फिर खिली है इश्क़ के शहर में हवा नई-नई है" इश्क़ जो हुआ तुझसे तो लगा यही है तेरा नाम सच है, बस तू ही सही है तेरा इश्क़, इश्क़ तेरा, है रंग सब से गहरा है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा एक खनखनाता गहना, अब और क्या है कहना? है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा तेरा इश्क़, इश्क़ तेरा, है रंग सब से गहरा है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा तेरा इश्क़, इश्क़ तेरा, है रंग सब से गहरा है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा तेरा इश्क़, इश्क़ तेरा, है रंग सब से गहरा है केसरी सवेरा ये इश्क़, इश्क़ तेरा
Writer(s): Osho Jain, Shashwat Sachdev Lyrics powered by www.musixmatch.com
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