Pujya Prembhushanji Maharaj के शीर्ष गीत
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क्रेडिट्स
PERFORMING ARTISTS
mr.krishnaprajapati
Performer
Prem Bhushan Maharaj
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
mr.krishnaprajapati
Composer
Prem Bhushan Maharaj
Songwriter
गाने
राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा
(राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा)
निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा
नर शरीर अनमोल रे प्राणी प्रभु कृपा से पाया है
झूठे जग प्रपंच में पड़कर क्यूँ प्रभु को बिसराया है?
(नर शरीर अनमोल रे प्राणी प्रभु कृपा से पाया है)
झूठे जग प्रपंच में पड़कर क्यूँ प्रभु को बिसराया है?
समय हाथ से निकल गया तो
समय हाथ से निकल गया तो श्री धुन-धुन पछताएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा
व्यवहार
झूठ, कपट, निंदा को त्यागो, हर प्राणी से प्यार करो
घर पर आए अतिथि कोई तो यथाशक्ति सत्कार करो
(झूठ, कपट, निंदा को त्यागो, हर प्राणी से प्यार करो)
घर पर आए अतिथि कोई तो यथाशक्ति सत्कार करो
क्यों, पता नहीं किस रूप में आकर
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम के दर्शन पाएगा
राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा
निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाए-
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