क्रेडिट्स
PERFORMING ARTISTS
Surinder Kohli
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Surinder Kohli
Composer
Pandit Dalili
Songwriter
गाने
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
हरी के बिना
हरी है दाता, हरी ही विधाता
हरी है गुरूवर, हरी पे तु माता
हरी है दाता, हरी ही विधाता
हरी है दाता, हरी ही विधाता
हरी है गुरूवर, हरी पे तु माता
हरी है गुरूवर, हरी पे तु माता
हरी है दाता, हरी ही विधाता
हरी है गुरूवर, हरी पे तु माता
जिया ही न जाए, हरी के बिना
जिया ही न जाए, हरी के बिना
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
हरी हर हरी हर, गाय मेरी रसना
हरी कहे रोना, हरी कहे हसना
हरी हरी हरी हरी, गाय मेरी रसना
हरी हरी हरी हरी, गाय मेरी रसना
हरी कहे रोना, हरी कहे हसना
हरी कहे रोना, हरी कहे हसना
हरी हरी हरी हरी, गाय मेरी रसना
हरी कहे रोना, हरी कहे हसना
मन रह ना पाए, हरी के बिना
मन रह ना पाए, हरी के बिना
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
हरी के बिना
हरी के मांगू, भाप्ती के मोती
हरी ने जगाई, जीवन जोती
हरी के मांगू, भाप्ती के मोती
हरी के मांगू, भाप्ती के मोती
हरी ने जगाई, जीवन जोती
हरी ने जगाई, जीवन जोती
हरी के मांगू, भाप्ती के मोती
हरी ने जगाई, जीवन जोती
मन घबराए, हरी के बिना
मन घबराए, हरी के बिना
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
हरी हरी बोल, प्यारे हरी हरी बोल
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
कुछ भी न भाए हरी के बिना
चैन न आए हरी के बिना
Written by: Pandit Dalili, Surinder Kohli

