Lagu Serupa
Dari
PERFORMING ARTISTS
Zahid Anwar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Dhananjay Mishra
Composer
Santosh Puri
Songwriter
Lirik
इश्क़ जगाया मेरे अंदर, मेरा सैयाँ
हो, पिया-पिलाया सात समंदर, मेरा सैयाँ
दिल की बात बता ना पाए, हाय, रब्बा
एक-दूजे को भुला ना पाए, हाय-रब्बा
इश्क़ जगाया मेरे अंदर, मेरा सैयाँ
सैयाँ-सैयाँ, सैयाँ-सैयाँ
इश्क़ जगाया मेरे अंदर, मेरा सैयाँ
पिया-पिलाया सात समंदर, मेरा सैयाँ
दिल की बात बता ना पाए, हाय, रब्बा
हाय, एक-दूजे को भुला ना पाए, हाय-रब्बा
दिल की बात बता ना पाए, हाय, रब्बा
ओ, एक-दूजे को भुला ना पाए, हाय-रब्बा
चला गया चाँद कहाँ आसमाँ को छोड़ के
ढूँढ रहे हैं सितारे, दिल गया तोड़ के
हो, चला गया चाँद कहाँ आसमाँ को छोड़ के
ढूँढ रहे हैं सितारे, दिल गया तोड़ के
किसी को भी मालूम नहीं अपना-बेगाना
सुलझे ना सुलझाएँ दिल का ताना-बाना
दे गया जुल्मी सौदाई कैसा नज़राना
जीने से अच्छा है अब तो मर जाना
दे गया जुल्मी सौदाई कैसा नज़राना
हाय, जीने से अच्छा है अब तो मर जाना
पहली मोहब्बत का असर है, ख़ुमार है
ऐसी लगन है लागी, दोनों बेक़रार हैं
हो, पहली मोहब्बत का असर है, ख़ुमार है
ऐसी लगन है लागी, दोनों बेक़रार हैं
चुपके-चुपके आहें भरे, कुछ कह नहीं पाते
रुक जाती है साँस लबों तक आते-आते
दिल की बात बता ना पाए, हाय, रब्बा
हाय, एक-दूजे को भुला ना पाए, हाय-रब्बा
दिल की बात बता ना पाए, हाय, रब्बा
ओ, एक-दूजे को भुला ना पाए, हाय-रब्बा
Writer(s): Santosh Puri, Dhananjay Mishra
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