Konser Mendatang Alka Yagnik & Kamaal Khan
Lagu Teratas Berdasarkan Alka Yagnik
Dari
PERFORMING ARTISTS
Alka Yagnik
Performer
Kamaal Khan
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Himesh Reshammiya
Composer
Sameer
Lyrics
Lirik
लिया बेचैनी का जोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग (प्रेम रोग)
चुनरी लहराई, पायल छनकाई
चूड़ी खनकाई, लिया बेचैनी का जोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
तुम से मिलकर दिल को मेरे...
तुम से मिलकर दिल को मेरे जाने क्या हुआ रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
दिल था अकेला, अकेली थी मैं
इक अनजानी पहेली थी मैं
क्या हुआ मुझको, मुझे क्या पता
चारों तरफ़ है नशा ही नशा
है जुदा, है जुदा आज तेरी अदा
गुमशुदा, गुमशुदा, तू हुई गुमशुदा
(है जुदा, है जुदा आज तेरी अदा)
(गुमशुदा, गुमशुदा, तू हुई गुमशुदा)
लिया बेचैनी का जोग
(लगा, लगा, लगा, लगा, लगा, लगा)
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
डूबा, डूबा, डूबा, डूबा, डूबा, डूबा
दिल डूबा, डूबा, डूबा, डूबा, डूबा, डूबा
(डूबा, दिल डूबा)
मुझ पे ये कैसा ग़ज़ब हो गया?
हाल जिया का अजब हो गया
आवारगी से मचलने लगी
ना जाने कैसे पिघलने लगी
है बड़ा, है बड़ा ये दीवाना समाँ
बहके अरमाँ, धड़कन भी जवाँ
(है बड़ा, है बड़ा ये दीवाना समाँ)
(बहके अरमाँ, धड़कन भी जवाँ)
लिया बेचैनी का जोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा, लगा, लगा रे
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
चुनरी लहराई, पायल छनकाई
चूड़ी खनकाई, लिया बेचैनी का जोग
(लगा, लगा, लगा, लगा, लगा, लगा)
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
लगा, लगा, लगा रे, लगा प्रेम रोग
(लगा, लगा, लगा, लगा, लगा, लगा)
(लगा, लगा, लगा, लगा, लगा, लगा)
लगा (लगा, लगा, लगा, लगा)
Writer(s): Sameer
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