Dari
PERFORMING ARTISTS
Palash Muchhal
Performer
Himansh Kohli
Actor
Zoya Afroz
Actor
COMPOSITION & LYRICS
Palak Muchhal
Composer
Lirik
[Verse 1]
कैसे जीऊंगा कैसे
बता दे मुझको
तेरे बिना हाँ
कैसे जीऊंगा कैसे
बता दे मुझको
तेरे बिना
तेरा मेरा जहां ले चलू मैं वहां
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
रखलूँ आँखों में मैं
खोलू पलके ना मैं
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
[Verse 2]
मैं अंधेरों से घिरा हूं
आ दिखा दे तू मुझको सवेरा मेरा
मैं भटकता एक मुसाफिर
आ दिला दे तू मुझको बसेरा मेरा
[Verse 3]
जागी जागी रातें मेरी
रोशन तुझसे है सवेरा
तू ही मेरे जीने की वजह
जब तक है ये सांसें मेरी
इनपे है सदा हक तेरा
पूरी है तुझसे मेरी दुआ
तेरा मेरा जहां ले चलू मैं वहां
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
रखलूँ आँखों में मैं
खोलू पलके ना मैं
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
[Verse 4]
मैं अंधेरों से घिरा हूं
आ दिखा दे तू मुझको सवेरा मेरा
मैं भटकता एक मुसाफिर
आ दिला दे तू मुझको बसेरा मेरा
[Verse 5]
कैसे जियूँगी कैसे
बता दे मुझको
तेरे बिना हाँ
कैसे जियूँगी कैसे
बता दे मुझको
तेरे बिना
तेरा मेरा जहां ले चलू मैं वहां
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
रखलूँ आँखों में मैं
खोलू पलके ना मैं
कोई तुझको ना मुझसे चुराले
[Verse 6]
मैं अंधेरों से घिरा हूं
आ दिखा दे तू मुझको सवेरा मेरा
मैं भटकता एक मुसाफिर
आ दिला दे तू मुझको बसेरा मेरा
Written by: Palak Muchhal

