Dari
PERFORMING ARTISTS
Manna Dey
Performer
Suman Kalyanpur
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Dattaram
Composer
Gulzar Deenvi
Songwriter
Lirik
भीगी हवाओं में, तेरी अदाओं में
भीगी हवाओं में, तेरी अदाओं में
कैसी बहार है! कैसा ख़ुमार है!
झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
हम भी दीवाने से, तुम भी दीवाने से
हम भी दीवाने से, तुम भी दीवाने से
मिलते हैं प्यार में, चंचल बहार में
सुन, सुन, सुन, ज़रा आजा, ओ
सुन, सुन, सुन, ज़रा आजा
ओ, हो, आ-हा-हा-हा-हा-हा
ओ, आ-हा-हा-हा-हा-हा
दिल को संभालना, भोला शबाब है
नीची निगाह की...
नीची निगाह की आदत ख़राब है
नीची निगाह की आदत ख़राब है
दिल को उम्मीद है ऐसी जनाब से
रिश्ता बहार का...
रिश्ता बहार का जैसे गुलाब से
रिश्ता बहार का जैसे गुलाब से
भीगी हवाओं में, तेरी अदाओं में
कैसी बहार है! कैसा ख़ुमार है!
झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
हे, हे, ओ-हो-हो-हो-हो-हो
आ, ओ-हो-हो-हो-हो-हो
उठ के ना जाईए इतने क़रीब से
पाया है प्यार ने...
पाया है प्यार ने तुमको नसीब से
पाया है प्यार ने तुमको नसीब से
ख़्वाबों में आप हो, देखा था ग़ौर से
निकले हो और ही...
निकले हो और ही, लगते थे और से
निकले हो और ही, लगते थे और से
हम भी दीवाने से, तुम भी दीवाने से
मिलते हैं प्यार में, चंचल बहार में
सुन, सुन, सुन, ज़रा आजा, ओ
झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
हो, सुन, सुन, सुन, ज़रा आजा
हो, झूम, झूम, झूम, ले-ले मज़ा
हो, सुन, सुन, सुन, ज़रा आजा
Written by: Dattaram, Gulzar Deenvi

