Dari
PERFORMING ARTISTS
Anuradha Paudwal
Performer
Sonu Nigam
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Dilip Sen-Sameer Sen
Composer
Rani Malik
Lyrics
Lirik
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
तो कदमों में तेरे सितारे बिछाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
तो कदमों में तेरे सितारे बिछाते
कहीं दूर परियों की नगरी में चल कर
मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
तो हम चाँदनी से ये राहें सजाते
कहीं दूर परियों की नगरी में चल के
मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
तो कदमों में तेरे सितारे बिछाते
यहाँ पर, वहाँ पर बिखेरेंगे कलियाँ
महकती रहेंगी ये फूलों की गलियाँ
यहाँ पर, वहाँ पर बिखेरेंगे कलियाँ
महकती रहेंगी ये फूलों की गलियाँ
ये झिलमिल करें रेशमी से नज़ारे
चलेंगे यहाँ धड़कनों के इशारे
चलेंगे यहाँ धड़कनों के इशारे, आ...
तो किरणों का आँगन में पहरा बिठाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
यहाँ सिर्फ़ बरसे वफ़ाओं के बादल
भिगो कर हमें तो ये कर देंगे पागल
यहाँ सिर्फ़ बरसे वफ़ाओं के बदल
भिगो कर हमें तो ये कर देंगे पागल
यहाँ हम बहरों की चादर बिछाएँ
मोहब्बत की खुशबू यहाँ पर लुटाएँ
मोहब्बत की खुशबू यहाँ पर लुटाएँ, आ...
खुशियों के पंछी यहाँ हम उड़ाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
कहीं दूर परियों की नगरी में चल कर
मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
अगर आसमाँ तक मेरे हाथ जाते
तो हम चाँदनी से ये राहें सजाते
तो कदमों में तेरे सितारे बिछाते
तो हम चाँदनी से ये राहें सजाते
तो कदमों में तेरे सितारे बिछाते
Written by: Dilip Sen-Sameer Sen, Rani Malik

