Dari

PERFORMING ARTISTS
Vikram Hazra
Vikram Hazra
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Bhavani Nath
Bhavani Nath
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Vikram Hazra
Vikram Hazra
Producer

Lirik

मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को घमंड, काया गार से काँची
कि मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को घमंड, काया गार से काँची
हे, काया गार से काँची, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए, झपका पवन का लग जाए
काया धूल हो जासी, काया धूल हो जासी
ऐसा सख़्त था महाराज
जिन का मुल्कों में नाम, जिन घर झूलता हाथी
कि ऐसा सख़्त था महाराज
जिन का मुल्कों में नाम, जिन घर झूलता हाथी
जिन घर झूलता हाथी, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को घमंड, काया गार से काँची
भरिया सिंधड़ा में तेल, जहाँ से रचियो है सब खेल
जल रही दीया री बाती
भरिया सिंधड़ा में तेल, जहाँ से रचियो है सब खेल
जल रही दीया री बाती
जल रही दीया री बाती, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
खुट गया सिंधड़ा रो तेल
बिखर गया है सब निज खेल, बुझ गई दीया री बाती
Mmm, खुट गया सिंधड़ा रो तेल
बिखर गया है सब निज खेल, बुझ गई दीया री बाती
बुझ गई दीया री बाती, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को अभिमान, काया गार से काँची
झूठा माई, थारा बाप
झूठा सकल परिवार, झूठी कूटता छाती
झूठा माई, थारा बाप
झूठा सकल परिवार, झूठी कूटता छाती
झूठी कूटता छाती, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
तो मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को घमंड, काया गार से काँची
आहा, लाल में का लाल
तेरा कौन क्या हवाल, जिन को जम ले जासी
आहा, लाल में का लाल
तेरा कौन क्या हवाल, जिन को जम ले जासी
जिन को जम ले जासी, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को अभिमान, काया गार से काँची
बोल्या भवानी हो नाथ, ए बोल्या-बोल्या भवानी हो नाथ
गुरु जी ने सर पे धरियो हाथ
बोल्या भवानी हो नाथ, गुरु जी ने सर पे धरियो हाथ
जिन घर मुक्ति हो जासी
जिन घर मुक्ति हो जासी, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए
झपका पवन का लग जाए, काया धूल हो जासी
मत कर माया को अहंकार
मत कर काया को घमंड, काया गार से काँची
हो, काया गार से काँची, जैसे ओस रा मोती
झोंका पवन का लग जाए, झपका पवन का लग जाए
काया धूल हो जासी, काया धूल हो जासी
काया धूल हो जासी, काया धूल हो जासी
Written by: Bhavani Nath
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