Dari
PERFORMING ARTISTS
JalRaj
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Pritam
Composer
Sayeed Quadri
Lyrics
Lirik
है तेरी इनायत, तुझसे मिली है
होंठों पे मेरे हँसी जो खिली है
उसे मेरा चेहरा छुपा भी ना पाए
तुझे पा के हासिल हुई जो ख़ुशी है
तुझे पा के हासिल हुई जो ख़ुशी...
हाँ, तू है, हाँ, तू है, मेरी बातों में तू है
मेरे ख़्वाबों में तू, यादों में तू, इरादों में तू है
हाँ, तू है, हाँ, तू है, मेरी बातों में तू है
मेरे ख़्वाबों में तू, यादों में तू, इरादों में तू है
तेरी नज़रों का जादू करे दिल को बेक़ाबू
मेरी जान-ओ-जिगर में बसर कर गया
ऐसे नज़दीक आ के तेरा छू के गुज़रना
इस क़दर मेरी रूह पे असर कर गया
कोई भी ऐसा लम्हा नहीं है
जिसमें मेरे तू होता नहीं है
मैं सो भी जाऊँ रातों में, लेकिन
तू है कि मुझमें सोता नहीं है
तू है कि मुझमें सोता नहीं...
हाँ, तू है, हाँ, तू है, मेरी बातों में तू है
मेरे ख़्वाबों में तू, यादों में तू, इरादों में तू है
हाँ, तू है, हाँ, तू है, मेरी बातों में तू है
मेरे ख़्वाबों में तू, यादों में तू, इरादों में तू है
तेरी नज़रों का जादू करे दिल को बेक़ाबू
मेरी जान-ओ-जिगर में बसर कर गया
ऐसे नज़दीक आ के तेरा छू के गुज़रना
इस क़दर मेरी रूह पे असर कर गया
Written by: Pritam, Sayeed Quadri

