Crediti

PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Mohd. Rafi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
O. P. Nayyar
O. P. Nayyar
Composer
S. H. Bihari
S. H. Bihari
Songwriter

Testi

ये पुरनूर चेहरा, ये दिलकश अदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
नहीं तुम से बेहतर कोई दूसरा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
ये पुरनूर चेहरा ये दिलकश अदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
हसीनों तुम्हारी जो पूजा करे
उसी को ही दुनिया में जन्नत मिले
हसीनों तुम्हारी जो पूजा करे
उसी को ही दुनिया में जन्नत मिले
ना देखा हो...
ना देखा हो जिसने खुद को कभी
खुदा की कसम वो तुम्हें देख ले
तुम्हीं से है जन्नत, तुम्हीं से खुदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
ये पुरनूर चेहरा, ये दिलकश अदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
तुम्हारी ये पतली कमर जान-ए-मन
लचकती हुई जैसे साखे चमन
तुम्हारी ये पतली कमर जान-ए-मन
लचकती हुई जैसे साखे चमन
खुदा जाने...
खुदा जाने किसके मुक़द्दर में है
ये फूलों सा नाजुक तुम्हारा बदन
जिसे चूमती है चमन की हवा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
ये पुरनूर चेहरा, ये दिलकश अदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
चली हो कहाँ ये बता दो ज़रा
लिए सर पे ज़ुल्फ़ों की काली घटा
चली हो कहाँ ये बता दो ज़रा
लिए सर पे ज़ुल्फ़ों की काली घटा
कहीं पर तो...
कहीं पर तो बरसेंगी ये बदलियाँ
मुझ ही पर जो बरसें तो क्या है बुरा
(अभी चल के देखो तो शीशा ज़रा)
(नहीं तुम सा बुद्धू कोई दूसरा)
(नमूना हो कुदरत की कारीगरी का)
ये पुरनूर चेहरा, ये दिलकश अदा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
नहीं तुम से बेहतर कोई दूसरा
नमूना हो कुदरत की कारीगरी का
Written by: O. P. Nayyar, S. H. Bihari
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