Crediti
PERFORMING ARTISTS
Lata Mangeshkar
Lead Vocals
Shailendra
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Shankar - Jaikishan
Composer
Shailendra
Lyrics
Testi
शाम गई, रात आई कि बलम आजा
शाम गई, रात आई कि बलम आजा
तारों की बारात आई कि बलम आजा
तारों की बारात आई कि बलम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
शाम गई, रात आई कि बलम आजा
रात और दिन के मिलन की घड़ी में
ठंडी-ठंडी सावन की झड़ी में
दो दिलों ने जो बाँधे थे बंधन
दो दिलों ने जो बाँधे थे बंधन
उनमें खोई खड़ी मैं, खड़ी मैं
याद मुलाक़ात आई कि बलम आजा
याद मुलाक़ात आई कि बलम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
शाम गई, रात आई कि बलम आजा
मिच जो आँखें तो तेरी सुरतिया
चम-चम चमके जैसे बिजुरिया
प्यार भरे तेरे नैनों के रंग में
प्यार भरे तेरे नैनों के रंग में
भीगे मन की चुनरिया, चुनरिया
जैसे बरसात आई कि बलम आजा
जैसे बरसात आई कि बलम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
हो, बलम आजा, अब तो सनम आजा
शाम गई, रात आई कि बलम आजा
तारों की बारात आई कि बलम आजा
Written by: Shailendra, Shankar - Jaikishan

