歌詞

हो बाबुल के अंगना में अमवा के तले नेहर की दुलारी नाज़ों से पाले मेरी मेरी गुड़िया बचपन कि संदेसा ले जा रे आ ओ बद्रा बहार ओ अम्मा की चाबी के छल्ले से खोले तिजोरी मैं जानू सपने है पड़े झूठी झूठी कहानी परियों के ये जो तू बता की हा ओ बद्रा बहार ओ सिसके रे जियरा बहता रे कजरा देता रे चुगता रहा रे मैं भूली सखियाँ बचपन की बतियां घून घून ये साँस घबराए पिया को बता दे आ हा ओ बद्र बहार ओ डोली हमेरी खाली फूलो में सजे असुवन की सवारी नैनो मैं जले खरी, खरी साबर की फुहार संदेसा ले जा जी हां ओ बद्रा बहार ओ बद्रा बहार हो, ओ बद्रा बाहर
Writer(s): Anvita Dutt, Amit Trivedi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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