クレジット
PERFORMING ARTISTS
Sukhwinder Singh
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Anand-Milind
Composer
Sameer
Lyrics
歌詞
मंदिर से ना मस्जिद से
ना तो गिरजाघर से
धरती से ना अंबर से
ना तो बंदा-पर्वर से
ना तो बंदा-पर्वर से, हो
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
मोहब्बत करोड़ों दिलों की दुआ
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
मोहब्बत करोड़ों दिलों की दुआ
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
सपने ख़ुशी के खिले दिल में ऐसे
ख़ुशबू हो बिखरी हवाओं में जैसे
हो, सपने ख़ुशी के खिले दिल में ऐसे
ख़ुशबू हो बिखरी हवाओं में जैसे
मोहब्बत से मिलके मुझे यूँ लगा है
कि जैसे मुझे मेरा रब मिल गया है
कि जैसे मुझे मेरा रब मिल गया है
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
मोहब्बत करोड़ों दिलों की दुआ
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
मोहब्बत भी कैसी अजब दास्ताँ है
ज़ुबाँ से नहीं, ये नज़र से बयाँ है
हो, मोहब्बत भी कैसी अजब दास्ताँ है
ज़ुबाँ से नहीं, ये नज़र से बयाँ है
निगाहों ने पढ़ ली दिलों की कहानी
मोहब्बत पे क़ुर्बान कर दी जवानी
मोहब्बत पे क़ुर्बान कर दी जवानी
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
मोहब्बत करोड़ों दिलों की दुआ
दीवानों से पूछो, मोहब्बत है क्या
Written by: Anand-Milind, Sameer

