歌詞

साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई रोना चाहूँ तो... रोना चाहूँ तो आँसू न आए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई जो ऐसे छोड़ के महबूब जाए तो जीने से ना क्यूँ दिल उब जाए साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई पाया हमने ये बिन तेरे रंज की राहे और ग़म के अंधेरे रंज की राहे और ग़म के अंधेरे वो भी तो हमसे... वो भी तो हमसे खो गए हाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई याद आते है बीते ज़माने जब तुम आए थे हमको मनाने जब तुम आए थे हमको मनाने अब तो दिल रूठे... अब तो दिल रूठे, दर्द मनाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई रोना चाहूँ तो... रोना चाहूँ तो आँसू न आए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई साया भी साथ जब छोड जाए ऐसी है तन्हाई
Writer(s): Javed Akhtar, Pandit Jatin, Lalit Pandit Lyrics powered by www.musixmatch.com
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