歌詞
वो किसी और, किसी और से मिल के आ रहे हैं
वो किसी और, किसी और से मिल के आ रहे हैं
फिर भी हम उनका इंतज़ार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
वो किसी और, किसी और से मिल के आ रहे हैं
फिर भी हम उनका इंतज़ार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
रोते हैं दिल ही दिल में खुद को सता रहे हैं
आँसू भी आ रहे तो आँसू छिपा रहे हैं
ओ, रोते हैं दिल ही दिल में खुद को सता रहे हैं
आँसू भी आ रहे तो आँसू छिपा रहे हैं
दिन-रात सोचते हैं क्यूँ की ये बेवफ़ाई
मेरी वफ़ा क्या तुझको अब तक समझ ना आई
मेरी वफ़ा क्या तुझको अब तक समझ ना आई
वो कहीं और, कहीं और दिल देने जा रहे हैं
वो कहीं और, कहीं और दिल देने जा रहे हैं
फिर भी हम उन पर जां निसार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
टूटे हैं इश्क़ में हम पर कोई ग़म नहीं है
मेरे ही थे कभी वो ये भी तो कम नहीं है
ओ, टूटे हैं इश्क़ में हम पर कोई ग़म नहीं है
मेरे ही थे कभी वो ये भी तो कम नहीं है
धोखा मिला है ऐसा कि खत्म ज़िंदगी है
साया है बस ग़मों का अब दूर हर खुशी है
साया है बस ग़मों का अब दूर हर खुशी है
वो कसी गैर, किसी गैर के होते जा रहे हैं
वो कसी गैर, किसी गैर के होते जा रहे हैं
फिर भी हम उनका ऐतबार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
फिर भी हम उनका इंतज़ार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
इक बेवफ़ा से हम कितना प्यार कर रहे हैं
Writer(s): Kamath Nikhil, Bharadwaj Praveen
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