歌詞

चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए मिलन की मस्ती-भरी आँखों में हज़ारों सपने सुहाने लिए हो, चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए ये मस्ती के नज़ारें हैं तो ऐसे में सँभलना कैसा? मेरी क़सम जो लहराती डगरिया हो तो फिर क्यूँ ना चलूँ मैं बहका-बहका रे? मेरे जीवन में ये शाम आई है मोहब्बत वाले ज़माने लिए हो, चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए वो आलम भी अजब होगा वो जब मेरे करीब आएगी, मेरी क़सम कभी बैयाँ छुड़ा लेगी कभी हँसके गले से लग जाएगी, हाय मेरी बाँहों में मचल जाएगी वो सच्चे-झूठे बहाने लिए हो, चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिए
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Sanam Lyrics powered by www.musixmatch.com
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