ミュージックビデオ
ミュージックビデオ
クレジット
PERFORMING ARTISTS
A.R. Rahman
Performer
Sonu Nigam
Performer
Madhushree
Performer
Hrithik Roshan
Actor
Aishwarya Rai Bachchan
Actor
COMPOSITION & LYRICS
A.R. Rahman
Composer
Javed Akhtar
Lyrics
歌詞
[Verse 1]
इन लम्हों के दामन में
पाकिज़ा से रिश्ते हैं
कोई कलमा मोहबत का
दोहराते फ़रिश्ते हैं
[Verse 2]
खामोश सी है ज़मीन हैरान सा फ़लक है
एक नूर ही नूर सा अब आसमान तलक है
नगमें ही नगमें है जगती सोती फ़िज़ाओं में
हुस्न है सारी अदाओं में
इश्क है जैसे हवाओं में
नगमें ही नगमें है जगती सोती फ़िज़ाओं में
हुस्न है सारी अदाओं में
इश्क है जैसे हवाओं में
[Verse 3]
कैसा ये इश्क है
कैसा ये ख्वाब है
कैसे जज़्बात का उमड़ा सैलाब है
[Verse 4]
कैसा ये इश्क है
कैसा ये ख्वाब है
कैसे जज़्बात का उमड़ा सैलाब है
दिन बदले रातें बदली बातें बदली
जीने के अंदाज़ ही बदले हैं
[Verse 5]
इन लम्हों के दामन में
पाकिज़ा से रिश्ते हैं
कोई कलमा मोहबत का
दोहराते फ़रिश्ते हैं
[Verse 6]
समय ने ये क्या किया
बदल दी है काया
तुम्हें मैंने पा लिया
मुझे तुमने पाया
[Verse 7]
मिले देखो ऐसे है हम
के दो सुर हो जैसे मद्धम
कोई ज्यादा ना कोई कम
किसी आग में के प्रेम आग में
जलते दोनों ही के तन भी है मन भी
मन भी है तन भी
तन भी है मन भी
मन भी है तन भी
[Verse 8]
मेरे ख्वाबों के इस गुलिस्तान में
तुमसे ही तुम बहार चाय है
फूलों में रंग मेरे थे लेकिन
इन में खुशबू तुम्हें से आई है
[Verse 9]
क्यों है ये आरजू
क्यूं है ये जुस्तजू
क्यों दिल बेचैन है
क्यों दिल बेताब है
[Verse 10]
क्यों है ये आरजू
क्यूं है ये जुस्तजू
क्यों दिल बेचैन है
क्यों दिल बेताब है
दिन बदले रातें बदली बातें बदली
जीने के अंदाज़ ही बदले हैं
[Verse 11]
इन लम्हों के दामन में
पाकिज़ा से रिश्ते हैं
कोई कलमा मोहबत का
दोहराते फ़रिश्ते हैं
[Verse 12]
नगमें ही नगमें है जगती सोती फ़िज़ाओं में
हुस्न है सारी अदाओं में
इश्क है जैसे हवाओं में
इश्क है जैसे हवाओं में
Written by: A. R. Rahman, Javed Akhtar

