歌詞

हुए बेचैन पहली बार हमने राज़ ये जाना मोहब्बत में कोई आशिक़ क्यूँ बन जाता है दीवाना? हुए बेचैन पहली बार हमने राज़ ये जाना मोहब्बत में कोई आशिक़ क्यूँ बन जाता है दीवाना? अगर इक़रार हो जाए, किसी से प्यार हो जाए अगर इक़रार हो जाए, किसी से प्यार हो जाए बड़ा मुश्किल होता है दिल को समझाना हुए बेचैन पहली बार हमने राज़ ये जाना मोहब्बत में कोई आशिक़ क्यूँ बन जाता है दीवाना? तसव्वुर के हसीं लम्हें तेरा एहसास करते हैं तेरा जब ज़िक्र आता है तो मिलने को तड़पते हैं हमारा हाल ना पूछो कि दुनिया भूल बैठे हैं चले आओ, तुम्हारे बिन ना मरते हैं, ना जीते हैं सुनो, अच्छा नहीं होता किसी को ऐसे तड़पाना मोहब्बत में कोई आशिक़ क्यूँ बन जाता है दीवाना? अगर इक़रार हो जाए, किसी से प्यार हो जाए अगर इक़रार हो जाए, किसी से प्यार हो जाए बड़ा मुश्किल होता है दिल को समझाना हुए बेचैन पहली बार हमने राज़ ये जाना मोहब्बत में कोई आशिक़ क्यूँ बन जाता है दीवाना?
Writer(s): Zeeshan Riaz Lyrics powered by www.musixmatch.com
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