歌詞

लागो प्रीत वाळो रोग ओ साजन म्हारा लागो प्रीत वाळो रोग, रोग रे सूती ने नींद न आवें यादां पल-पल तड़पावे सूती ने नींद न आवें यादां पल-पल तड़पावे बिन थारे रह्यो नहीं जाय बिन थारे रह्यो नहीं जाय, जाय रे (जाय, जाय रे) थोड़ो थारा मन ने समझाय म्हारी गोरी प्यारी थोड़ो थारा मन ने समझाय म्हारी भी है मज़बूरी क़िस्मत में लिख्दी दूरी म्हारी भी है मज़बूरी क़िस्मत में लिख्दी दूरी दिल में है हेत अपार दिल में है हेत अपार (हेत अपार) मन है बादिला, म्हारा राज ओ बालम म्हारा मन है बादिलों, म्हारा राज (राज रे) पागल ने कुण समझावें वरजु पर समझ न पावें पागल ने कुण समझावें वरजु पर समझ न पावें रोवें यादा में बार-बार रोवें यादा में बार-बार (यादा में बार-बार) सपना में देखु सारी रात मिलवा रा गोरी सपना में देखु सारी रात सपना में लाड लडाऊ थाने हिवड़ा सु लगाऊ सपना में लाड लडाऊ थाने हिवड़ा सु लगाऊ देखु में थाने बार-बार देखु में थाने बार-बार (थाने बार-बार) कर लो थे वादों म्हासु आज पियाजी म्हारा कर लो थे वादों म्हासु आज, आज रे आगे सु छोड़ न जावों इतरी ना अब तडपावों आगे सु छोड़ न जावों इतरी अब ना तडपावों राखो मने हिवड़े रे माय राखो मने हिवड़े रे माय (हिवड़े रे माय) नैणो रा मोती अनमोल म्हारी गजबण गोरी नैणो रा मोती अनमोल आँख्या सु मत बरसावो थोड़ा सा थे रुक जावों आँख्या सु मत बरसावो थोड़ा सा थे रुक जावों आऊ छुट्टी में तो अगली बार आऊ छुट्टी में तो अगली बार (में तो अगली बार) आँख्या सु बह रह्यो नीर ओ साजन म्हारा आँख्या सु बह रह्यो नीर, नीर रे रोकू तो रुक नहीं पावें हियों म्हारो भर-भर आवें रोकू तो रुक नहीं पावें हियों म्हारो भर-भर आवें आजा परदेसी एक बार आजा परदेसी एक बार (परदेसी एक बार) भूलू ना थाने घर-नार म्हारी प्यारी गजबण भूलू ना थाने घर-नार इक पल न दूर में रेवू म्हारे दिलड़ा सु केवु इक पल न दूर में रेवू म्हारे दिलड़ा सु केवु म्हारी जोड़ी री घर-नार म्हारी जोड़ी री घर-नार (जोड़ी री घर-नार)
Writer(s): Bablu Ankiya, Mukesh Choudhary Lyrics powered by www.musixmatch.com
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