가사

बैठे रहें ख़यालों में यूँ उलझे रहें सवालों में यूँ ही Mmm, किनती बातें हैं जो कह ना पाए तुमको हम तो ना थे इस तरह आँखों ही आँखों में यूँ... आँखों ही आँखों में यूँ खोए रहें बस तुमको देखें, देखते ही रहें रुक जाए लम्हे सभी ही जाते हुए क्या तुमसे कह दें और क्या ना कहें तुम ही समझ लो सभी, ए, काश के बस ये तमन्ना है, दिल जो अपना है, उसको मिल जाओ तुम अब ना ख़यालों में, ना सवालों में, बाहों में आओ तुम आँखों ही आँखों में यूँ... आँखों ही आँखों में यूँ खोए रहें चाँद-सितारे सारे बेनूर थे तुमसे मिले तो सभी रोशन हुए ये सब नज़ारे फिर मिले ना मिले इक दो कदम ही सही मिल कर चलें कल किसने देखा है, क्या भरोसा है, रह ना जाए गिले यही इब्तिदा भी है, इंतहा भी है, है मोहब्बत भी ये आँखों ही आँखों में यूँ... आँखों ही आँखों में यूँ खोए रहें खोए रहें, खोए रहें
Writer(s): Sarim Momin Lyrics powered by www.musixmatch.com
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