가사
हमेशा देखा यही है
मिलन के संग है जुदाई
शायद वो होगा दीवाना
चाहत ये जिस ने बनाई
चाहे जलूँ, चाहे मरूँ
फिर भी तेरे गुण मैं गाऊँ
दिल में हो तुम, आँखों में तुम
बोलो तुम्हें कैसे चाहूँ?
पूजा करूँ, सजदा करूँ
जैसे कहो, वैसे चाहूँ
जानू, मेरी जानू
जान-ए-जानाँ, जानू
Written by: Bappi Lahiri, Farooq Qaiser