가사
ऐसी कभी पहले हुई ना थी ख्वाहिशें
ओ किसी से भी मिलने
की ना की थी कोशिशें
उलझन मेरी सुलझा दे
चाहूं मैं या ना
आँखों आँखों में जाता दे
चाहूं मैं या ना
हो तेरे बिना जी ना सकू
तू ही पनाह तू आरज़ू
तू ही तो हैं मेरा जुनू
चाहूं मैं या ना
Written by: Irshad Kamil, Jeet Gannguli